Posts

parellal circuit

Image
parellal circuit                           हेल्लो दोस्तों आज हम जानेंगे पेरेलल सर्किट के बारे में तो सबसे पहले स्वागत हे हमारे इस इलेक्ट्रिकल गुरूजी नाम के ब्लॉग पर तो आइये जानते हे क्या होती हे पेरेलल सर्किट   पेरेलल सर्किट  :                         मान लीजिये हमारे पास दो प्रकार के लोड हे जिसे हम लोड १ और लोड २ के नाम से जानेगे लोड १ के हमे दो कॉन्टेक्ट होंगे जिसे हम t १ और t २ से जानेंगे ठीक उसी तरह लोड़ २ के भी t १ और t २ मिलेंगे अब लोड १ और लोड २ के t १ को लेकर एक कॉन्टेक्ट बनया और ठीक उसी तरह लोड १ और लोड २ के t २ को मिलाकर दूसरा कॉन्टेक्ट बनाया जाये। और फिर दोनों कॉन्टेक्ट को प्रवाह के फेस और नूट्रल से जोड़ा जाये तो इस प्रकार से जो सर्किट तैयार होती हे उसे हम परेलल सर्किट कहते हे। इस प्रकार की सर्किट में वोल्टेज समान रहते हे पर करंट अलग अलग होते हे (प्रति लोड ) पेरेलल सर्किट के फायदे :                     पैरेलेल सर्किट के बहोत फायदे होते हे इस प्रकार की सर्किट से सभी लोड को समान अवस्था में वोल्टेज मिलते हे ,जिससे सभी लोड अपनी कीमत अनुसार एम्पियर ख

what is DC (direct current)?

Image
DC                       हेल्लो दोस्तों आज हम जानेंगे DC के बारे में हर कोई DC से परिचित हे पर उसे कोई समाज नही तो आइये आज जानते हे की DC हे क्या? DC क्या हे ?:       DC का पूरा नाम हे डायरेक्ट करंट याने की सीधा प्रवाह अपने नाम के अनुसार ये सीधा बहेता होने से इसे DC कहा  गया हे।                                     जिस प्रवाह हे उसके बहने की दिशा और मूल्य एक ही हो याने की उसमे बदलाव न हो तो उस प्रवाह को DC प्रवाह कहा  जाता हे।  DC का उपयोग :     DC का उपयोग हम अधिक प्रमाण में करते हे जैसे की mobiel,mp3playar,और ऐसे कई उपकरण जो चार्जिंग के संबधी हो या फिर जिसमे बैटरी हो ,अपनी हाथ की घड़ी भी dc पर ही चलती हे। रासायनिक और सेफ्टी डिवाइस में भी DC का बहोत बड़ा योगदान हे                                   DC में फेज और नूट्रल की बजाए +और - होते हे। 

what is Electromegnet?

Image
ELECTROMEGNET      

what is volt meter?

    what is volt meter ?

INDUCTION MOTOR

Image
    AC  INDUCTION MOTOR       हेल्लो दोस्तों नमस्कार आजका हमारा विषय हे AC इंडक्शन मोटर उसका सिद्धान्त कार्य तो आइये जानते हे मोटर के बारे में           आजके युग में मोटर एक बहोत जरुरी उपकरण हे हमारे घर से ले कर बड़े बड़े कारखानों ,मीलो और बहोत सारी जगह पर  उपकरण आसानी ने  देखा जा सकता हे इंडक्शन मोटर 1phase से ले कर 3phase तक उपलब्ध होती हे  सिद्धान्त :      इलेक्ट्रिकलक्ति का यांत्रिक शक्ति में रूपांतर मोटर इस सिद्धान्त पर कार्य करती हे रचना :  मोटर में कई सारे अलग अलग पार्ट होते हे जिसके बारे में हम चर्चा करेंगे  इस चित्र में अलग अलग पार्ट्स दिखाए गए हे जिसमे से हम मुख्य पार्ट्स के बारे में जानेंगे    मोटर में  वेसे तो दो पार्ट्स होते हे  १ स्थिर  पार्ट्स जिसमे  योक ,: यह मोटर का उपयोगी पार्ट्स हे जो मोटर के ऊपर की तरफ होता हे वह एक हुक जैसा होता हे जिससे मोटर को एक जगह से दूसरी जगह आसानी से पहोचाया जाता हे वह एक सॉलिड पोलद  से बना हुआ होता हे  बॉडी : मोटर की बॉडी भी पोलाद की बनी होती हे जिसमे मोटर के सारे  पार्ट्स समा जाते हे मोटर की

FLAMING RIGHT HAND RULS

Image
फ्लेमिंग के बाये हाथ का नियम ( Fleming Right Hand Ruls )             हेल्लो दोस्तों आजका हमारे विषय हे फ्लेमिंग के बाये हाथ का नियम  ( fleming right hand rule in hindi ) इस नियम जनरेटर में किया जाता हे। इस नियम से हम जनरेटर में उत्पन्न होने वाले करंट की दिशा जान सकते हे तो आइये विस्तार से जानते हे                     चित्र में दिखाए गए अनुसार अपने बाये हाथ की पहेली उंगली ,दूसरी उंगली और अंगूठा ऐसी अवस्था में रखे की तीनो एक दूसरे के 90 ° पर रहे तब अंगूठा जनरेटर के आर्मेचर के गुमने की दिशा बताती हे पहेली  उंगली मेग्नेटिक फिल्ड की दिशा बताती हे तब दूसरी उंगली जनरेटर में उत्पन्न हुए करंट की दिशा बताएगी                           इस नियम को फ्लेमिंग नामक वैज्ञानिक ने खोजा था इस लिए इसे फ्लेमिंग के बाये हाथ के नियम से पहचाना जाता हे। 

FLEMING LAFT HANDS LOW

Image
FLEMING LAFT HANDS LOW                 हेल्लो दोस्तों आजका हमारा विषय हे फ्लेमिंग के दाये हाथ का नियम ,यह नियम मोटर के लिए उपयोगी हे तो चलिए जानते हे इस नियम के बारे में विस्तार से  FLEMING LAFT HANDS LOW:                       इस नियम के अनुसार अपने दाये हाथ के पहेली उंगली ,दूसरी उंगली और अंगूठा ऐसी अवस्था में रखे जिससे तीनो एक दूसरे के 90 की डिग्री में हो तब दूसरी उंगली मोटर में बहनेवाले करंट की दिशा बताती हे ,और पहेली उंगली मोटर के मेग्नेटिक फिल्ड की दिशा बताती हे तब अंगूठा मोटर के गुमने की दिशा बताएगा                       इस नियम से हम मोटर के गुमने की दिशा आसानी से जान सकते हे और आर्मेचर किस दिशा में होगा वह और उसके मेग्नेटिक फिल्ड की दिशा भी जानते हे।                       इस नियम को फ्लेमिंग नामक वैज्ञानिक ने खोजा था इस लिए इस नियम का नाम वैज्ञानिक के नाम पर रखा गया